गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन,को भारतीय रेलवे ने एनएसजी-1 श्रेणी में शामिल किया है। इस श्रेणी में देश के 28 प्रमुख गैर-उपनगरीय स्टेशनों को शामिल किया गया है। यह उपलब्धि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के यात्रियों के सुविधाओं में बड़ा बदलाव लाने वाली है, जिससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
गोरखपुर जंक्शन से हर साल लाखों यात्री यात्रा करते हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2023-24 के दौरान इस स्टेशन से करीब 1.30 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की, जिनमें से 53 लाख आरक्षित और 76 लाख अनारक्षित यात्री थे। इस अवधि में स्टेशन को कुल 591.94 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
बिहार और नेपाल से सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी के कारण गोरखपुर जंक्शन एक प्रमुख केंद्र बन गया है, जिससे यात्रियों की संख्या और राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है। आने वाले समय में यहां और ट्रेनों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
500 करोड़ की लागत से बन रहा नया भवन
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना के तहत एक नया भवन भी बनाया जा रहा है, जिसकी लागत करीब 500 करोड़ रुपये है। इस भवन का शिलान्यास पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसे भविष्य की यात्री जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है, ताकि अगले 50 सालों तक यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखा जा सके।
यह नया भवन आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस होगा और इसे सिटी सेंटर के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जिससे गोरखपुर जंक्शन का भविष्य और भी उज्जवल नजर आ रहा है।
एनएसजी-1 श्रेणी में शामिल किए जाने का महत्व
भारतीय रेलवे ने बेहतर यात्री सुविधाओं और साफ-सफाई के उद्देश्य से स्टेशनों को एनएसजी-1 से लेकर एनएसजी-6 तक की श्रेणियों में बांटा है। गोरखपुर स्टेशन को एनएसजी-1 श्रेणी में शामिल किया जाना इस बात का प्रतीक है कि यहां यात्री सुविधाओं और सेवाओं में बड़ा निवेश किया जाएगा। इससे स्टेशन के विकास और यात्री अनुभव में बड़ा सुधार होगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) पंकज कुमार सिंह ने गोरखपुर को एनएसजी-1 में शामिल किए जाने पर गर्व जताते हुए कहा कि स्टेशन के विकास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्थानीय और राष्ट्रीय महत्व
गोरखपुर रेलवे स्टेशन का यह कायापलट न सिर्फ स्थानीय यात्रियों के लिए बल्कि पूर्वोत्तर रेलवे के पूरे नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। गोरखपुर जंक्शन के पुनर्विकास और एनएसजी-1 श्रेणी में शामिल किए जाने से यह स्टेशन देश के सबसे आधुनिक और प्रमुख स्टेशनों में गिना जाएगा।
आने वाले समय में यहां यात्री सुविधाएं और भी आधुनिक होंगी, जिससे यात्रियों का सफर और भी आरामदायक हो जाएगा।