गोरखपुर में डॉक्टर अनुज सरकार और कांस्टेबल पंकज कुमार के बीच हुए विवाद को लेकर युवा कांग्रेस ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंकित पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने इस मामले में एकतरफा कार्रवाई का विरोध किया और पंकज कुमार की पत्नी अदिति की तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
विवाद का कारण
यह घटना तब शुरू हुई जब कांस्टेबल पंकज कुमार ने डॉक्टर अनुज सरकार के क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड जांच की कीमत पर सवाल उठाया। पंकज ने बताया कि क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड के लिए 1100 रुपये लिए जा रहे हैं, जबकि अन्य जगहों पर यही जांच 800 रुपये में की जा रही है। इसके बाद डॉक्टर अनुज सरकार और उनके स्टाफ ने कांस्टेबल पंकज की पिटाई कर दी। पंकज कुमार की पत्नी अदिति ने आरोप लगाया कि इस घटना में उनके चार साल के बेटे शिवम के सामने उनके पति की बुरी तरह पिटाई की गई और उनके साथ बदसलूकी भी की गई।
युवा कांग्रेस का हस्तक्षेप
युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंकित पांडेय ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि डॉक्टर अनुज सरकारी के क्लिनिक में सिपाही पंकज के साथ की गई मारपीट अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक महनीय क्षेत्र है और डॉक्टर का कार्य जन सेवा करना है। लेकिन इस घटना में एकपक्षीय कार्रवाई की गई है, जो कि अनुचित है।
मीडिया से बातचीत
ज्ञापन सौंपने के बाद अंकित पांडेय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को इस मामले में निष्पक्ष होकर दोनों पक्षों की बात सुननी चाहिए। उन्होंने मांग की कि सिपाही पंकज की पत्नी अदिति द्वारा दी गई तहरीर पर तुरंत कार्रवाई की जाए और उचित न्याय सुनिश्चित किया जाए।
पुरानी घटना का संदर्भ
इससे पहले अदिति ने एसएसपी से मुलाकात कर अपने पति के साथ हुई घटना की जानकारी दी थी। अदिति ने बताया कि जब उनके पति दोबारा डॉक्टर के क्लीनिक पर अपना आधार कार्ड और पर्चा बनवाने गए तो डॉक्टर के स्टाफ ने उन्हें अकेला पाकर फिर से हमला कर दिया। अदिति ने आरोप लगाया कि डॉक्टर अनुज सरकारी ने उनके साथ गाली-गलौज की और कहा, "आज उनकी पत्नी साथ नहीं है, उन्हें कैंट थाने ले जाओ और एफआईआर दर्ज कराओ।" इसके बाद डॉक्टर के गुर्गे पंकज को पीटते हुए कैंट थाने ले गए और एफआईआर दर्ज करा दी। अदिति का आरोप है कि डॉक्टर के दबाव में आकर पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल
ज्ञापन सौंपने वालों में एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक योगेश प्रताप सिंह, आदियांश गांधी, सूरज यादव, विख्यात भट्ट, शिवम चतुर्वेदी, सोनू पासवान, रवि पांडेय, सत्यम सिंह, अंकित चौहान और आनंद सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।