विजयादशमी के पावन अवसर पर शनिवार की शाम गोरखनाथ मंदिर से परंपरागत विजयादशमी जुलूस निकाला गया। इस भव्य जुलूस का नेतृत्व गोरक्षपीठाधीश्वर व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। रथ पर सवार गोरक्षपीठाधीश्वर का रास्ते भर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। श्रद्धालुओं के साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय ने भी पूरे उत्साह के साथ जुलूस में हिस्सा लिया और योगी आदित्यनाथ का जोरदार स्वागत किया।
पारंपरिक परिधान में रथ पर सवार होकर योगी आदित्यनाथ ने जुलूस का नेतृत्व किया। इस वर्ष नए रथ पर सजे जुलूस का स्वागत बुनकर (मुस्लिम) समुदाय, सिंधी समुदाय व अन्य वर्गों ने किया। गोरखनाथ मंदिर के महंत के तौर पर योगी आदित्यनाथ ने नौ दिवसीय नवरात्रि अनुष्ठान का प्रसाद भी वितरित किया और सभी को सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया।
उर्दू अकादमी के निवर्तमान चेयरमैन चौधरी कैफुलवारा ने बुनकर समुदाय की ओर से गोरक्षपीठाधीश्वर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार पीढ़ियों से इस परंपरा का हिस्सा रहा है और गोरक्षपीठ ने हमेशा धर्म और आस्था के भेद से परे मानवता को प्राथमिकता दी है।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में झलकी भारतीय संस्कृति
शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों ने समूची भारतीय संस्कृति को जीवंत कर दिया। विभिन्न समूहों ने मयूर नृत्य, डमरू वादन, धोबिया नृत्य और वनटांगिया लोक नृत्य जैसी अद्भुत प्रस्तुतियां दीं। मथुरा, वाराणसी, अयोध्या और गोरखपुर के कलाकारों ने शोभायात्रा को सांस्कृतिक रंगों से रंग दिया।
योगी ने रामलीला में भगवान श्री राम का किया राज्याभिषेक
शोभायात्रा के दौरान योगी आदित्यनाथ मानसरोवर मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने देवाधिदेव महादेव और अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। इसके बाद शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंची, जहां योगी आदित्यनाथ ने रामलीला में भगवान श्री राम का राज्याभिषेक किया और माता जानकी, लक्ष्मण और हनुमानजी की पूजा-अर्चना कर आरती उतारी।
अल्पसंख्यक समुदाय की उत्साहपूर्ण भागीदारी
शोभायात्रा में मुस्लिम समुदाय की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बुनकर कल्याण संघ के अध्यक्ष अजीजुलहई के नेतृत्व में गोरक्षपीठाधीश्वर का स्वागत किया। सिंधी समुदाय के लोगों ने भी श्रद्धा के साथ जुलूस का स्वागत किया, जो सौहार्द और सामाजिक एकता का प्रतीक था।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जुलूस के दौरान पूरे मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए थे।