गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में एक नई और आधुनिक बुनियादी ढांचा परियोजना शुरू की है। इस परियोजना में एक शानदार ऑडिटोरियम, दो कॉन्फ्रेंस हॉल और एक बड़ा प्रदर्शनी क्षेत्र शामिल होगा। कुलपति प्रो. पूनम टंडन के नेतृत्व में इस परियोजना का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
हेलीपैड क्षेत्र में होगा नई सुविधाएं का निर्माण
इस परियोजना के तहत दीक्षा भवन के पास हेलीपैड क्षेत्र में ये नई सुविधाएं बनाई जा रही हैं। ऑडिटोरियम का कुल क्षेत्रफल 2596.52 वर्ग मीटर होगा, जिसका उपयोग बड़े आयोजनों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सेमिनारों के लिए किया जाएगा। इससे छात्र अपने कौशल और प्रतिभा को अच्छे मंच पर पेश कर सकेंगे।
कॉन्फ्रेंस हॉल और कार्यशाला सुविधाएं
परियोजना के तहत दो कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनाए जा रहे हैं, जिनका कुल क्षेत्रफल 960.06 वर्ग मीटर है। इन हॉल का उपयोग छोटे सेमिनार, कार्यशालाओं और संकाय बैठकों के लिए किया जाएगा। इससे शिक्षकों और छात्रों के लिए सीखने और विचार-विमर्श करने के लिए अनुकूल माहौल बनेगा।
प्रदर्शनी हॉल नए विचारों का केंद्र
प्रदर्शनी क्षेत्र का निर्माण भी परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो मुख्य स्तर पर 1172.76 वर्गमीटर और ऊपरी स्तर पर 894.35 वर्गमीटर में फैला होगा। यह क्षेत्र विभिन्न प्रदर्शनियों और अन्य आयोजनों के लिए उपयोगी होगा, जहां छात्र और शिक्षक अपने विचार और परियोजनाएं प्रस्तुत कर सकते हैं।
आधुनिक तकनीकी सुविधाएं
इस परियोजना में नॉन-स्टॉप बिजली आपूर्ति (यूपीएस), सौर ऊर्जा और सीसीटीवी सुरक्षा जैसी आधुनिक तकनीकी सुविधाएं भी शामिल हैं। इससे न केवल संचालन आसान होगा बल्कि परिसर पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षित भी रहेगा।
विश्वविद्यालय के लिए एक नई शुरुआत
कुलपति प्रो. पूनम टंडन का कहना है कि यह परियोजना विश्वविद्यालय के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगी। इन नई सुविधाओं से न केवल शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से न केवल छात्रों बल्कि पूरे परिसर को लाभ होगा।